Heart Touching Happy Fathers Day Poems in Hindi Fonts # Motivational Fathers Day Special Poem in Hindi Words


Heart Touching Happy Fathers Day Poems in Hindi 


Motivational Fathers Day Special Poem in Hindi Words


Heart Touching Happy Fathers Day Poems in Hindi

1) Motivational Fathers Day Special Poem in Hindi Words

“कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान है पिता
कभी धरती तो कभी आसमान है पिता
जन्म दिया है अगर माँ ने
जानेगा जिससे जग वो पहचान है पिता….”
“कभी कंधे पे बिठाकर मेला दिखता है पिता…
कभी बनके घोड़ा घुमाता है पिता…
माँ अगर मैरों पे चलना सिखाती है…
तो पैरों पे खड़ा होना सिखाता है पिता…..”
“कभी रोटी तो कभी पानी है पिता…
कभी बुढ़ापा तो कभी जवानी है पिता…
माँ अगर है मासूम सी लोरी…
तो कभी ना भूल पाऊंगा वो कहानी है पिता….”
“कभी हंसी तो कभी अनुशासन है पिता…
कभी मौन तो कभी भाषण है पिता…
माँ अगर घर में रसोई है…
तो चलता है जिससे घर वो राशन है पिता….”
“कभी ख़्वाब को पूरी करने की जिम्मेदारी है पिता…
कभी आंसुओं में छिपी लाचारी है पिता…
माँ गर बेच सकती है जरुरत पे गहने…
तो जो अपने को बेच दे वो व्यापारी है पिता….”
“कभी हंसी और खुशी का मेला है पिता…
कभी कितना तन्हा और अकेला है पिता…
माँ तो कह देती है अपने दिल की बात…
सब कुछ समेत के आसमान सा फैला है पिता….”


2) Happy Fathers Day Poem in Hindi Font from Daughter

मैं पतंग, पापा है डोर
पढ़ा लिखा चढ़ाया आकाश की ओर,
खिली काली पकड़ आकाश की ओर,
जागो, सुनो, कन्या भ्रूण हत्यारों,
पापा सूरज की किरण का शोर,
मैं बनू इंदिरा सी, पापा मेरे नेहरू बने,
बेटियों के हत्यारों, अब तो पाप से तौबा करो,
पापा सच्चे, बेहद अच्छे, नेहरू इंदिरा से वतन भरे,
बेटियां आगे बेटो से, पापा आओ पाक एलान करो,
देवियों के देश भारत की जग में, ऊंची शान करें !


3) Happy Fathers Day Poem from Son

जब किसी मुश्किल सवाल का जवाब हो न पता
तब याद आतें है मुझे अपने प्यारे पिता
लगते हैं वो बाहर से थोड़े सख्त
पर हमेशा देते हैं मुझको अपना वक़्त
बुरी संगत में न मैं पड़ जाऊँ
इसलिये रखते हैं मुझपर नज़र
जब भी पिताजी बाज़ार जाते हैं
मेरे लिये ज़रूर कुछ लाते हैं
मुझे अपने पिताजी पर बहुत गर्व है
पिताजी साथ हैं, तो खुश हर पर्व है
Happy Father’s Day 2018



4) Sad Miss You Papa Poem on Death of Father

जाते जाते वो अपने जाने का गम दे गये…
सब बहारें ले गये रोने का मौसम दे गये…
ढूंढती है निंगाह पर अब वो कही नहीं…
अपने होने का वो मुझे कैसा भ्रम दे गये…
मुझे मेरे पापा की सूरत याद आती है…
वो तो ना रहे अपनी यादों का सितम दे गये…
एक अजीब सा सन्नाटा है आज कल मेरे घर में…
घर की दरो दिवार को उदासी पेहाम दे गये…
बदल गयी है अब तासीर, तासीरी जिन्दगी की…
तुम क्या गये आंखो में मन्जरे मातम दे गये…
I Miss U Papa


5) Fathers Day Poetry in Hindi Wordings

प्यार का सागर ले आते
फिर चाहे कुछ न कह पाते
बिन बोले ही समझ जाते
दुःख के हर कोने में
खड़ा उनको पहले से पाया
छोटी सी उंगली पकड़कर
चलना उन्होंने सीखाया
जीवन के हर पहलु को
अपने अनुभव से बताया
हर उलझन को उन्होंने
अपना दुःख समझ सुलझाया
दूर रहकर भी हमेशा
प्यार उन्होंने हम पर बरसाया
एक छोटी सी आहट से
मेरा साया पहचाना,
मेरी हर सिसकियों में
अपनी आँखों को भिगोया
आशिर्वाद उनका हमेशा हमने पाया
हर ख़ुशी को मेरी पहले उन्होंने जाना
असमंजस के पलों में,
अपना विश्वाश दिलाया
उनके इस विश्वास को
अपना आत्म विश्वास बनाया
ऐसे पिता के प्यार से
बड़ा कोई प्यार न पाया


6) Inspirational Mata Pita Poem in Hindi Characters

माँ घर का गौरव तो पिता घर का अस्तित्वा होते हैं.
माँ के पास अश्रुधारा तो पिता के पास संयम होता है.
दोनो समय का भोजन माँ बनाती है
तो जीवन भर भोजन की व्यवस्था करने वाले पिता होते हैं.
कभी चोट लगे तो मुंह से ‘ ओह माँ ’ निकलता है
रास्ता पार करते वक़्त कोई ट्रक पास आकर ब्रेक लगाये तो ‘ बाप रे ’ ही निकलता है.
क्यूं कि छोटे छोटे संकट के लिये माँ याद आती है
मगर बड़े संकट के वक़्त पिता याद आते हैं.
पिता एक वट वृक्ष है जिसकी शीतल च्हाव मे,
सम्पूर्ण परिवार सुख से रहता है…!!!!


7) Missing You Poem on Lost of Father

जिन्दगी तो मेरी कट रही है आपके बाद भी….
मगर आप के बिन जीने में वो बात नहीं…
उपर से तो सब मेरे अपने ही अपने है…
मगर आप की तरह अन्दर से कोई मेरे साथ नही…
ख्याल सब रखते है मेरा अपने तरीके से अच्छी तरह…
म्गर अपसे जिद करने का माजा अब आता नहीं…
लडाईयां तो अब भी होती है घर में हमारे…
मगर आपसे वो मीठा मीठा लडने का मजा कोई दे पाता नहीं…
मै आज भी शाम को दरवाजे पे नजरें टिकाये रहती हूं…
आयेंगे अभी बाबा चॉकलेट और तोफे ले के मै अपने से दिल से बार बार कहती हूं…
मगर जब देखती हूं आस आस आप नहीं होते…
तब सच जानियें आपके ये बच्चे छिप छिप के अकेले में है बहुत रोते..
कोई भूल थी अगर मेरी तो एक दफा कहते मुझे…
ऐसे अकेला छोड जाना कोई अच्छी बात नहीं…..
Miss You So Much Dad, Please Come Back 🙁


8) Pita Ke Liye Kavita for Children

वो पिता ही होता है
जो अपने बच्चो को अच्छे
विद्यालय में पढ़ाने के लिए
दौड भाग करता है…
उधार लाकर डोनेशन भरता
है, जरूरत पड़ी तो किसी के भी
हाथ पैर भी पड़ता है, वो पिता होता हैं ।।
हर कोलेज में साथ साथ
घूमता है, बच्चे के रहने के
लिए होस्टल ढुँढता है…
स्वतः फटे कपडे पहनता है
और बच्चे के लिए नयी जीन्स
टी-शर्ट लाता है, वो पिता होता है ।।
खुद खटारा फोन वपरता है पर
बच्चे के लिए स्मार्ट फोन लाता है…
बच्चे की एक आवाज सुनने के
लिए, उसके फोन में पैसा भरता है, वो पिता होता है ।।
बच्चे के प्रेम विवाह के निर्णय पर
वो नाराज़ होता है और गुस्से
में कहता है सब ठीक से देख
लिया है ना, “आपको कुछ
समजता भी है?” यह सुन कर
बहुत रोता है, वो पिता होता हैं ।।
बेटी की विदाई पर दिल की
गहराई से रोता है,
मेरी बेटी का ख्याल रखना हाथ
जोड़ कर कहता है, वो पिता होता है ।।
~Aastha Bharti


9) Mere Pyare Papa Kavita in Hindi for Kids

मेरे प्यारे प्यारे पापा,
मेरे दिल में रहते पापा,
मेरी छोटी सी ख़ुशी के लिए
सब कुछ सेह जाते हैं पापा,
पूरी करते हर मेरी इच्छा ,
उनके जैसा नहीं कोई अच्छा,
मम्मी मेरी जब भी डांटे,
मुझे दुलारते मेरे पापा,
मेरे प्यारे प्यारे पापा !
Happy Fathers Day Papa

Must Read – Heart Touching Papa Shayari for Fathers Day 2018

Most Beautiful Poem on Dad in Hindi


Most Beautiful Poem on Dad in Hindi
Most Beautiful Poem on Dad in Hindi

10) Beautiful Poem on Papa in Hindi Characters

प्यारे पापा सच्चे पापा,
बच्चों के संग बच्चे पापा
करते हैं पूरी हर इच्छा,
मेरे सबसे अच्छे पापा
पापा ने ही तो सिखलाया,
हर मुश्किल में बन कर साया
जीवन जीना क्या होता है,
जब दुनिया में कोई आया
उंगली को पकड़ कर सिखलाता,
जब पहला क़दम भी नहीं आता
नन्हे प्यारे बच्चे के लिए ,
पापा ही सहारा बन जाता
जीवन के सुख-दुख को सह कर,
पापा की छाया में रह कर
बच्चे कब हो जाते हैं बड़े,
यह भेद नहीं कोई कह पाया
दिन रात जो पापा करते हैं,
बच्चे के लिए जीते मरते हैं
बस बच्चों की ख़ुशियों के लिए,
अपने सुखो को हर्ते हैं
पापा हर फ़र्ज़ निभाते हैं,
जीवन भर क़र्ज़ चुकाते हैं
बच्चे की एक ख़ुशी के लिए,
अपने सुख भूल ही जाते हैं
फिर क्यों ऐसे पापा के लिए,
बच्चे कुछ कर ही नहीं पाते
ऐसे सच्चे पापा को क्यों,
पापा कहने में भी सकुचाते
पापा का आशीष बनाता है,
बच्चे का जीवन सुखदाइ ,
पर बच्चे भूल ही जाते हैं ,
यह कैसी आँधी है आई
जिससे सब कुछ पाया है,
जिसने सब कुछ सिखलाया है
कोटि नम्न ऐसे पापा को,
जो हर पल साथ निभाया है
प्यारे पापा के प्यार भरे’
सीने से जो लग जाते हैं
सच्च कहती हूँ विश्वास करो,
जीवन में सदा सुख पाते हैं
~Sima Sach


11) Emotional Papa Poem from Son

पापा! जब मैं छोटा था,
आप उतनी बाते नहीं करते थे,
जितनी “माँ” करती थी।
पापा!
कभी-कभी जब जिद्द करता था,
रोता था, चुप नहीं कराते थे,
“माँ” दौड़ी चली आती थी।
पापा!
आप हर छोटी-बड़ी बात पर,
लम्बा भाषण दिया करते थे
और “माँ”
गौद में उठाकर चूम लिया करती थी।
पापा!
मुझे लगता था,
“माँ” ने मुझे आपार स्नेह दिया,
आपने कुछ भी नहीं,
आप मुझसे प्यार नहीं करते थे।
मगर पापा!
आज जब जीवन की,
हर छोटी-बड़ी बाधाओं को,
आपके “वे लम्बे-लम्बे भाषण” हल कर देते है,
मैं प्यार की गहराई जान जाता हूँ
पापा!
अब मैं समझ गया हूँ,
आपके “भाषण” का महत्व भी,
”माँ” के प्यार से कमतर नहीं
मेरी सफ़लता के हर कदम पर,
आपकी आँखों से,
जो बरबस छलक जाता है,
बरसो से दबा, प्रेम हैं…
पापा!
अब क्या कहूँ,
आप समझ रहें है ना?


12) Dad Poem in Hindi from Son or Kids

जब मम्मी डाँट रहीं थी
तो कोई चुपके से हँसा रहा था,
वो थे पापा. . .
जब मैं सो रहा था
तब कोई चुपके से
सिर पर हाथ फिरा रहा था ,
वो थे पापा. . .
जब मैं सुबह उठा तो
कोई बहुत थक कर भी
काम पर जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
खुद कड़ी धूप में रह कर
कोई मुझे ए.सी. में
सुला रहा था,
वो थे पापा. . .
सपने तो मेरे थे
पर उन्हें पूरा करने का
रास्ता कोई और बताऐ
जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
मैं तो सिर्फ अपनी खुशियों में
हँसता हूँ,
पर मेरी हँसी देख कर
कोई अपने गम
भुलाऐ जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
फल खाने की
ज्यादा जरूरत तो उन्हें थी,
पर कोई मुझे सेब खिलाए
जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
खुश तो मुझे होना चाहिए
कि वो मुझे मिले ,
पर मेरे जन्म लेने की
खुशी कोई और मनाए
जा रहा था ,
वो थे पापा.
ये दुनिया पैसों से चलती है
पर कोई सिर्फ मेरे लिए
पैसे कमाए
जा रहा था ,
वो थे पापा.
घर में सब अपना प्यार दिखाते हैं
पर कोई बिना दिखाऐ भी
इतना प्यार किए
जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
पेड़ तो अपना फल
खा नही सकते
इसलिए हमें देते हैं…
पर कोई अपना पेट
खाली रखकर भी मेरा पेट
भरे जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
मैं तो नौकरी के लिए
घर से बाहर जाने पर दुखी था
पर मुझसे भी अधिक आंसू
कोई और बहाए
जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
मैं अपने “बेटा” शब्द को
सार्थक बना सका या नही..
पता नहीं…
पर कोई बिना स्वार्थ के
अपने “पिता” शब्द को
सार्थक बनाए
जा रहा था ,
वो थे पापा!
I Love You Papa..


13) Papa Sab Kuch Hai Jeevan Mai Best Hindi Poem

पिता…पिता जीवन है, सम्बल है, शक्ति है,
पिता…पिता सृष्टि मे निर्माण की अभिव्यक्ति है,
पिता अँगुली पकड़े बच्चे का सहारा है,
पिता कभी कुछ खट्टा, कभी खारा है,
पिता…पिता पालन है, पोषण है, परिवार का अनुशासन है,
पिता…पिता धौंस से चलना वाला प्रेम का प्रशासन है,
पिता…पिता रोटी है, कपड़ा है, मकान है,
पिता…पिता छोटे से परिंदे का बड़ा आसमान है,
पिता…पिता अप्रदर्शित-अनंत प्यार है,
पिता है तो बच्चों को इंतज़ार है,
पिता से ही बच्चों के ढेर सारे सपने हैं,
पिता है तो बाज़ार के सब खिलौने अपने हैं,
पिता से परिवार में प्रतिपल राग है,
पिता से ही माँ की बिंदी और सुहाग है,
पिता परमात्मा की जगत के प्रति आसक्ती है,
पिता गृहस्थ आश्रम में उच्च स्थिती की भक्ती है,
पिता अपनी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ती है,
पिता…पिता रक्त निगले हुए संस्कारों की मूर्ती है,
पिता…पिता एक जीवन को जीवन का दान है,
पिता…पिता दुनिया दिखाने का एहसान है,
पिता…पिता सुरक्षा है, अगर सिर पर हाथ है,
पिता नहीं तो बचपन अनाथ है,
तो पिता से बड़ा तुम अपना नाम करो,
पिता का अपमान नहीं उनपर अभिमान करो,
क्योंकि माँ-बाप की कमी को कोई बाँट नहीं सकता,
और ईश्वर भी इनके आशीषों को काट नहीं सकता,
विश्व में किसी भी देवता का स्थान दूजा है,
माँ-बाप की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है,
विश्व में किसी भी तीर्थ की यात्रा व्यर्थ हैं,
यदि बेटे के होते माँ-बाप असमर्थ हैं,
वो खुशनसीब हैं माँ-बाप जिनके साथ होते हैं,
क्योंकि माँ-बाप के आशिषों के हाथ हज़ारों हाथ होते हैं
क्योंकि माँ-बाप के आशीषों के हाथ हज़ारों हाथ होते हैं. .


14) Mere Pyare Papa Ke Leye Hindi Kavita

आज भी याद है बचपन के वो पल ,
जहाँ आँखों मे सपने और न ही दिलो मे छल था |
जहाँ पापा ने ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया,
वहीं उन्हीं के दिये आत्मविश्वास ने,
गिरते से भी उठना सिखाया |
हाथो मे बैग लेकर स्कूल जाना,
और अपनी मीठी-मीठी बातों से सबको लुभाना |
वहीं घर आकर पापा को रिझाना,
और प्यार से उनका, गले से मुझे लगाना |
कभी माँ की डॉट से पापा के पीछे छिप जाना,
तो खुद उनकी डॉट सहकर मुझे माँ से बचाना |
होली दिवाली पर अपने कपड़े भूल कर हमको नए कपडे दिलाना,
और खिलोनों की फरमाइश पर अपनी सेविंग से पैसे जुटाना |
जहाँ माँ ने संस्कारो मे रहना सिखाया,
वहीं पापा ने मुश्किलों से लड़ना सिखाया |
वो मेरा पापा से बार बार ऐसे वैसे प्रश्न पूछे जाना,
और मेरी नटखट बातो पर पापा का खिलखिलाकर हंस जाना |
लोग कहते है बेटी माँ का साया होती है,
पर जरुरी तो नहीं, वो हमेशा माँ जैसे ही होती है |
अगर बेटी माँ का साया होती है,
तो वहीं बेटी पापा की भी परछाई होती है |
जो अपनी सारी फ़र्माइशों को पापा से करती है
अपनी बात कहने से कभी ना डरती है ||
एेसी ही बेटियाँ पापा की राजकुमारियाँ होती है,
जो हमेशा उनकी सासों में बसती है..||
आज भी याद है बचपन के वो पल…..
I Love You Papa..


15) Papa aap Ke Kami Hindi Heart Touching Poem

आप के कमी खलती है मुझे
ये खालीपन तड़पता है मुझे
बस यु ही यादे दिल मे समेटे
वक़्त गुज़र जाता है
अब पता चलता है कि
ज़िम्मेदारी का बोज कितना भरी है
खुद से ज्यादा
अपनों कि खुशिया प्यारी है
दौड़ने पड़ते है कदम
पकड़ने को ज़िंदगी कि रफ़्तार
आज गुज़र रहा है और
कल कि तैयारी है
आप कि मुश्किलों का
मुझे अब एहसास होता है
दुनिया होती है मतलबी और
घर का हर एक शक्श ख़ास होता है
माँ कि बाद पिता ही
समझता है ख़ामोशी औलाद कि
मुश्किलों से बचाने कि लिए
पिता हिम्मत कि दिवार होता है
हर डाट मे प्यार जो रहता था
वो याद बहुत अब आता है
हर बिता लम्हा अब तो बस
आँखों मे आंसू लता है
तस्वीर बसी है दिल मे जो
जीने का हौसला देती है
इसी तरह से बस अब तो
ये वक़्त गुज़र जाता है
आप कि कमी खलती है मुझे
ये खालीपन तड़पता है
बस यु ही यादे दिल मे समेटे
ये वक़्त गुज़र जाता है !


16) Cute Hindi Poem on Mere Sacche Papa

मेरे पापा, मेरे पापा,
सीधे सरल सच्चे मेरे पापा,
सबसे अच्छे मेरे पापा।
हृदय में उदारता,
स्वभाव में विनम्रता।
वाणी में मिठास,
चेहरे पर आत्मविश्वास।
मेरे सपनों को उड़ान देने की रखते अभिलाषा,
यही है मेरे पापा की परिभाषा।
कंधे पर बिठाकर मुझे घुमाना,
लोरी गाकर मुझे सुलाना।
गोदी का पालना, बाँहों का झूला,
बचपन के इन सुनहरे पलों को मैं नहीं भुला।
हमेशा हँसते और हसांते,
मुझ संग वो भी बच्चा बन जाते।
चोट मुझे लगती,
पर आँसू उनके बहते।
करवाते सदा मुझे यही अहसास,
मैं हूँ उनके लिये सबसे खास।
जब भी मुझे ज़रूरत होती,
छोड़कर चले आते सारे काम।
गले लगाकर मुझसे कहते,
“देव, तुम तो हो मेरे राम।”
जीवन के सुख दुख को सहकर,
रहे साथ सदा मेरी ढाल बनकर।
मुझसे कहते- “देव,
देखकर तुम्हारे चेहरे की मुस्कान,
दूर हो जाती मेरी सारी थकान।”
प्रगति के पथ पर अग्रसर रहना मुझे सिखाया,
पापा के रूप में मैंने सच्चा दोस्त है पाया।
संग संग करते हम खूब मस्ती,
सदा सलामत रहे हमारी दोस्ती।
मेरे पापा के हैं उच्च विचार,
दिए उन्होंने मुझे अच्छे संस्कार।
हर ख़ुशी चूमे मेरे कदम,
आशीष देते यही हर दम।
सदैव बोलते मीठे बोल,
नहीं है मेरे पापा के प्यार का कोई मोल।
मेरे लिए मेरे पापा सबसे अनमोल,
मेरे लिए मेरे पापा सबसे अनमोल।

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